रविवार, 8 मार्च 2009

जिन्दगी का मतलब


इस जिंदगी का दूसरा कोई खेप नहीं होता
क्या ले जाओगे कफन में जेब नहीं होता
बडे गुमान किए थे जिन लोंगों ने
सुबह बयां कर गई ऐसा कुछ नहीं होता
सूनी सडकों पर बेखौफ मत चल
ऐसा नहीं कि यहां कोई हादसा नहीं होता
अजीब बेबसी है उस बस्ती की
जहां कोई शख्स जवां नहीं होता
डस आग के बारे में क्या कहिये
सुलगते रहता है पर धुआं नहीं होता
मेरे मुल्क को बदनाम करने वालों मत भूलों
कुछ तो है यु हीं सारे जहां से अच्छा नहीं होता।